पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१७६

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परिवर्तन-प्रकरण विधरण साधारण श्रेणी। नाम-(२०४७) किशोरीशरण (उपनाम रसिक वारसिक विहारी) ग्रंथ-(१) रघुवर का कर्णाभरण [प्र. रि०], (२) सीतारामरसदीपिका [प्र. ० रि०], (३) कवितावली [प्र. ० रि०], (४) सीतारामसिद्धांतमुक्तावली [प्र. रि०],(१)धारहखड़ी (खोज १९०४)। कविताकाल-१६१२ के पूर्व । विवरण-सुदामापुर के गुजराती ब्राह्मण, सखी-संप्रदाय के वैष्णव थे। अयोध्या में बसे थे। नाम-(२०४८) रसिकसुंदर । अंथ-प्रियाभक्तिरसबोधिनी राधामंगल । 'कविताकाल-१२ के पूर्व (खोज १९००) विवरण-राधावल्लभी। नाम-(२०४९) गुरुप्रसाद क्षत्रिय, आज़मगढ़ । ग्रंथ-सन्निपातचंद्रिका । (पृ० ५० पथ) [ द्वि. त्रै रि०] कविताल---१६१२ । विघरया-वैधक। नाम-(२०५०) नरहरिदास । अंथ-(१) नरहरिप्रकाश, (२) नरहरिदास की बानी [प्र. त्रै० रि०], (३) नरहरिमाला । कविताकाल-१६१२। विवरण-राधावल्लभी। नाम-(२०५१) मृगेंद्र। अंथ-(1) प्रेमपयोनिधि ( १९१२), (३) कवि त्तकुसुम- वाटिका ( 38१७)