पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१७४

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परिवर्तन-प्रकरण अंथ--(१) हित शिक्षासार, (२) स्फुट पद । रचनाकाल-१६१०। विवरण-राधावल्लभीय संप्रदायाचार्य । नाम-(२०३९) मंगलदास कायस्थ, पैंतेपुर जि० बाराबंकी। अंथ-~(1) ज्ञानतरंग, (२) विजय-चंद्रिका, (३) कृष्ण- प्रिया, (४) सहस्रसाखी। जन्मकाल-१८८५ कविताकाल-१६०० । मृत्यु १६६४ । विवरण-ये ठाकुर महेश्वरमश ताल्लुक्केदार रामपुर मथुरा के यहाँ थे। इन्होंने छोटे-बड़े ४८ ग्रंथ निर्मित किए थे। साधारण श्रेणी। नाम-(२०४०) रसाल, बिलग्राम हरदोई। ग्रंथ-(१) बरवै अलंकार, (२) नखशिख, (३) बारह- __ मासा । (१८९६) जन्मकाल-१८८०। कविताकाल-१६१०। विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(२०४० ) रसिकसुंदर कायस्थ, जयपूर । नाम-(२०४१ ) रामप्रसाद अगरवोल, मिर्जापूर । अंथ-(.) धर्मतस्त्रसार, (२) चौंतीस अक्षरी, (३) श्रीभक्त- रसचौंतीसी। कविताकाल--१६१.. नाम-(२०४१) लालवल्लभजी। अंथ-- स्फुट पद। रचनाकाल--१६१०।