पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१६८

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परिवर्तन-प्रकरण प्रश्नोत्तरश्रावकाचार, (४) जिनदत्तचरित्र, (१) तत्त्वा- थंसार, (६) सद्भाषितावली, (७) भक्तामरकथा, (८) आराधनासार, (६) धर्मपरीक्षा, (१०) यशोधरचरित्र, (1) योगसार, (१२) पांडवपुराण, (१३) समाधि- शतक, (१४) सुभाषितरत्नसंदीह, (१५) श्राचारसार, (१६) नवतस्व, (१७) गौतमचरित्र, (१८) जंबू- चरित्र, (५६) जीवंधरचरित्र, (२०) भविष्यदत्तचरित्र, (२१) तत्वार्थपारदीपक, (२२) श्रावकपतिप्रकाश, ( २३ ) स्वाध्यायराठ, ( २४ ) विविध भक्तियाँ एवं स्तोत्र । रचनाकाल-बीसवीं शताब्दी का प्रारंभ । विवरण-संस्कृत ग्रंथों के बड़े भारी अनुवादक थे। नाम-(२०१६) भागचंद्र । ग्रंथ-(i) ज्ञानसूर्योदय, (२) उपदेशसिद्धांतरत्नमाला, (३) अमितगतिश्रावकाचार, (४) प्रमाणपरीक्षा, (१) नेमि- नाथ पुराण। रचनाकाल-बीसवीं शताब्दी का प्रारंभ। विवरण-ईसागढ़, ग्वालियर-निवासी श्रओसवाल जैन थे। नाम-(२०२०) मनराज । ग्रंथ- स्फुट । कविताकाल-१९०६ । विवरण-शृंगारसंग्रह में काव्य है। नाम--(२०२१ ) लक्ष्मीप्रसाद । ग्रंथ-(१) भंगारकुंडली (खोज १९०६), (२) नायिका- भेद। कविताकाल--१९०६