पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१६४

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परिवर्तन-प्रकरण अंथ-सिंहासनबत्तीसी। कविताकाल---१९०५ के पूर्व । (खोज १६०.) नाम--(२००७) कृष्णाकर चारण, करौली । ग्रंथ- स्फुट। कविताकाल-११०५ के लगभग । नाम-(२००८) थानसिंह ( कान्ह ) कायस्थ, चरखारी। अंथ-हयग्रीव नखशिख । अन्मकाल-11। कविताकाल-१९०५ । मृत्यु १६१४ । विवरण-चरखारी-नरेश रतनसिंह के समय में थे । नाम-(२००९) काजिलसाह बनिया, छतरपुर। ग्रंथ-प्रेमरन। कविताकाल-१९०५ । (खोज १९०५) विवरण-मधुसूदनदास श्रेणी। नाम-(२०१०) हरिभक्तसिंह, भिनगा-नरेश । अंथ-(१) ज्ञानमहोदधि [द्वि० ० रि०] (पृ०४०), (२) दानमहोदधि । कविताकाल---१९०५। नाम-(२०११) अलखसनेही नैनदास । ग्रंथ-गीतासार। कविताकाल-~-१९०६ के पूर्व । [प्र० ०.] नाम-(२.१) रामलाल । अंथ-रुक्मिनीमंगन ! [ तृ० ० रि०] रचनाकाल-१९०६ के पूर्व । नाम-(२०११) जयदयाल ।