पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१६०

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परिवर्तन-प्रकरण कविताकाल-11 विवरण-मिरज़ापुर निवासी। आप तुलसी-कृत रामायण के प्रसिद्ध अनुसंधानकर्ता है। आपके पदरागसागरोद्भव में भी हैं। 'नाम-(१६) हरदेवगिरि । अंथ-गीता भाषा। [च० ० रि०] रचनाकाल-१९०। नाम-(१९९१) चैनदान चारण । ग्रंथ-बिसू (मरसिया)। 'कविताकाल-१६०२ के प्रथम । नाम--(१९९२) भैरववल्लभ अंथ-युद्धविनास । [वि० ०रि कविताकाल-१९०२ के पूर्व । विवरण-साधारण श्रेणी। 'नाम-(१९९३) अयोध्याप्रसाद शुक्ल, गोला गोकरणनाथ, जिला खीरी। कविताकाल-१९०२। विवरण—ये राजा भूड के यहाँ थे। कविता साधारण श्रेणी की है। नाम--(१९९४) कालीचरण वाजपेयी, विगहपुर, जिला उन्नाव। -ग्रंथ-श्रृंदावनप्रकरण। कविताकाल-१६०२ (खोज १९०४) नाम -(१९६४)नारायणदास । ग्रंथ-नारी-परीक्षा । [प्र. रि०] रचनाकाल-१९०२। नाम--(१९९५) भवानीदास ।