पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/१३७

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१०६८ मिश्रबंधु-विनोद अरे फलि छली छलि बलि न सकेगो मोंको, मेरो नाथ शिव अब भोपर खुश राजी है। नाम-(१८३२) बेनोदास बंदीजन । जन्मकाल-१८६५। रचनाकाल-~१८६२। विवरण-मेवाड़ इतिहास के लेखक थे। नाम-(१८३२ ) राम कवि । ग्रंथ-(१) विजय सुधानिधि, (२) हितामृतलतिका, (३) हनुमाननाटक, (४) रसिकजीवनसंग्रह । [च. त्रै रि०] रचनाकाल-18 के लगभग । नाम-(१८३३) शंकर पांडे । ग्रंथ- सारसंग्रह पृ० ८० । रचनाकाल-१८६२।[द्वि० ०रि०] विवरण-नीति । नाम-(१८३४ ) शंकरदयाल दरियाबादी । ग्रंथ-अलंकृतमाला। [द्वि० ० रि०] रचनाकाल-१८१२। विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(१८३४ ) गंगाराम । ग्रंथ-शब्द ब्रह्म जिज्ञासु । [च० त्रैः रि० ] रचनाकाल-१८९३ के पूर्व । नाम-(१८३५) नैनयोगिनी। ग्रंथ-सावरतंत्र। [द्वि० ० रि०] रचनाकाल-१८६३ के पूर्व । नाम-(१८३६) शिवदयाल खत्री, प्रयाग ।