पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/६११

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| 1:१५ । मिभयन्धविनाद { से अज्ञात । नाम-१३७७) कुलसिद्द। अन्य- अन्न (०२०)। नाम-१३७८) ॐ पी जयपूग्यास बैंड प्राहाण । नाम-(१३७६) जयालाल कायस्थ, दिल्ली । प्रन्ध–१) भित्तयिनैद, (२) मदन, (३) प्रेमसरोवर, (४) सिद्धातसार, (२) प्राप्तकोश, (६) प्रमानंद, (७) ज्ञान- सागर, (८) सर्वसम्रद्द, (९) नियति । माम १३८०) कूची। विवर-भय, कवि थे ।। नाम--(१३८१) फेशय कवि । अन्ध- दनुमानजन्मलेला, (२) बालचरिन् । नाम--(१३८२) केशवगिरे। प्रध-प्रानंदलहरी (पृ. ३३)। माम-(१३८३) देशय मुनि । अन्य-फु कता । नाम-(१३८४) देशपम् । अन्ध-भ्रमर गीत | चियर--हीन थे यो। माम(१३८५) केशवराय, वैदेलखंड, प य । अन्य-- कपा ।