पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/६१०

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किशारी] अज्ञात-पार्षिक प्रकार । १०३१ नाम-(१३७०) किशोरीदास । प्रथ-(१) बंशावली नृपभानु राय की (पृ० ८ पद्य), (२) बारह- स्वारी। विवरण राधावल्लभी। नाम {१३७१) किशोरीलाल । अन्ध-घुगुद्धशतक । नाग–१३७२) किदारीशरण । अन्ध (१) अष्टयामपद्मवैध, (२) अभिलापमाला । विवरण–इनका मथम मंभ इमनै दरबार छतरपुर में कविता साथार ४ ण फी हैं। कुल ५९. पद्द इस ग्रंथ में हैं। नाम--(१३७३} किसनया चाकर मारवाई। मन्य- सिनिया रा देही (ोक संखया २१३) । वियप-उपदेश (७८) । नाम-(१३५४) कुलपति सिम्ख, आगरा। अन्–फुट। मामः-(१३७५) फुलमय । अन्य फुट। - नाम-(१३७६) कुबेर। ग्रन्थ-महामारतभापा ।