पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/५४६

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| घेतीप्रवीफाड) उत्तरालस प्रश् । ६११ - ग्रन्थ-लुगानचरित्र, (२) रघुवरवाल, (३) पड्विायनेध, (४) वीर रामायग्य ।। जन्मकाल--१८९६७ । कविताकाङ-१८७५ । विवरण—चरारीनरेश महाराज रतनसिंह के यहाँ थे। नाम-(१६२८) बाँकीदास जी कदिाज चारण । अन्य श्रीरान री कविता, (३) राठौर राजा की फुटकर ख्याति । जन्मकाल—१८५० । कविताकाल-१८७५| विचर-ये महाशय मुरारदान के पितामह धे। यै उत्तम अनु- प्रसपूर्ण रचना करते थे। इनकी गगन तैप कधि की श्रेणी में है। सकती है। नाम-(१३२६) प्रज्ञलाल भट्ट, काशी। अन्य-(१) चन्द्ररत्नाकर (१८८२), (३) वाइनफीतिप्रकाश (१९६९), ३) नुमन्तबालचरित्र (१८७६)। जन्मका-८५० । कविताकाल-१८ चिंचपाचोनदेश के आश्वि मान कधि के पुत्र ! | शम (१२३०) मानसिंह या मैनसिंहू नानकपंथी । अन्य-मैक्षिदायक पथ (पृ० २८८८ पद्य) । कविताकाङ–१५॥