पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/१४५

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भूपा-काश] पूर्वालंकृत प्रकरण 1 रचना-फाल–१७४!! भाम-(५६) रघुनाथराम। ग्रन्–कृष्णमेदिका । रचना-काल-१४१ । नाम (५३०) अनाथदास वैष्णव । अन्य—(१) विचारमाला, (२) रामरत्रावली ! जन्मसंवत् १७१६।। रचना-काल-१७४२।। चिंवरग सरधार भैणी । दादूपंथी। नाम--(५२१) दैर्घदास बँदेलरी ।। ग्रन्ध–(१) प्रेमरक्षाकर, (२) राजनीति, (३) दादरलीला । रचना-काठ–१७४२ ! विचरण राजा नपालद्द फली नरेश के यहाँ लाधार थे ग के कवि थे । नीla-संवन्धी कविता इनकी उत्तम है। नाम-५२३) भगवानदासी गन्ध-नल राजा की कथा ! जन्म-काल-१५॥ रचना-का-६४२ ! गाम (५३३) रानपाल भैया अन्य—(१) (नति-सम्बन्धी) देण्हे, (६) रामराफर, (३) प्रेम- रत्नाकर' ।।