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मिश्रबंधु-विनोंद

३१६ . मिश्रर्बधु-विनोद.. जुन्माल--१६९५ । । रचनाकालु-६६१० ।। . . . नाम--- ॐ स्वामी । अर्थ-पद्यावद्धी । रचनाकाल---१६५७ । विवरण-राधावल्लभ है। नाम--(१९३) दामोदरचंद्र गोस्वामी व्रजवासी । .: ग्रंथ- समथुप्रबंध। हस्तामलक, स्कुट पद। अन्मका–१६३३ । रचनाझच्च-३६१० । विवरण–इनके पद सागरोद्भव में हैं। साधारण श्रेणी ।। नाम – ११४) नारायण भट्ट स्वामी ऊँगाँव, बरसाना । अन्साल --१६२० 1. . . श्याम---१६१० ! विवर--रामलीला बड़ा चलन इन्ही महाशय नै चलाया । साधा- दया कांबे थे। नाङ- १६५ नंदन । .. . । जन्मकाल --१६२१। । | रचनाकाहु----१३५० } : हाम-{ १९) हित बिट्लर्जी | .: ::. थ-फुट पदे । . .

रचनक्किल----•१६६० } ... जन्मक्काढ----१६२५६ दिवरण-हत-हरिवंश के वंशज्ञ सगर गोस्वामी के शिष्य ! • नमस-१६१६) इहीम सैयद पिहाची हरदोई । ।