पृष्ठ:मानसरोवर भाग 5.djvu/३०१

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प्रायश्चित्त २९७ गये और आज दस साल से उनका पालन कर रहे हैं। दोनों बच्चे कालेज में पढ़ते हैं और कन्या का एक प्रतिष्ठित कुल में विवाह हो गया है। मदारीलाल और उनको स्रो तन-मन से रामेश्वरी की सेवा करते हैं और उसके इशारों पर चलते हैं। मदारी- लाल सेवा से अपने पाप का प्रायश्चित्त कर रहे हैं।