पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/४८४

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

480/महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली पहुंचा, जो कि लूयर की धामिक शिक्षा का केन्द्रस्थान था। यहां कुछ सौदागरों की सहायता से उसने बाइबल का अनुवाद प्रकाशित किया और सन् 1526 में, गुप्त रीति से, उसकी छः हज़ार कापियां इंगलैंड को भेजी गई। इन पुस्तकों का प्रचार रोकने के लिए राजा की ओर से आज्ञापत्र जारी किया गया। जिन अँगरेज़ सौदागरों ने इन पुस्तकों को बिक्री और प्रचार में सहायता दी थी उनसे, इंगलैंड के धर्माधिकारी कार्डिनल वूल्सी की आज्ञा से, सेंट पाल नामक गिरजाघर में प्रायश्चित कराया गया। क्रूस के सामने अग्निकुण्ड प्रज्वलित किया गया; बाइबल के अनुवाद ग्रन्थों का प्रचार करने वाले पापी(') सौदागरों ने, अपने सिर पर पुस्तकों से भरे हुए टोकरों को उठा कर, तीन बार उस अग्निकुण्ड की प्रदक्षिणा की; और, पुस्तकों के सब गट्टे अग्नि में झोंक दिये ! इसी तरह और भी अनेक उपायो से प्रोटेस्टेन्टों के मतो का प्रचार रोकने का यत्न किया गया । परन्तु इन कृत्रिम उपायो से, रुकावट के बदले, लोगों का उत्साह और धैर्य अधिकाधिक बढने लगा। मत्यधर्म की शिक्षा देने और नूतन मतों के ग्रन्थो का प्रचार करने के लिए अनेक गुप्त मभायें और मण्डलियाँ स्थापित की गईं और उनका प्रवेश विश्वविद्यालयों तथा कालेजो में भी होने लगा। आठवें हेनरी के मरने पर उसका लड़का छठा एडवर्ड गद्दी पर बैठा। वह नाबालिग़ था। इसलिए उसके सरदार राज्य का प्रबन्ध करते थे। उनमें से बहुतेरे प्रोटेस्टेन्ट हो गये थे । अतएव पारलियामेंट के द्वारा कानून बनाये गये । फिर उनकी सहायता से देश भर में प्रोटेस्टेन्ट मनो का प्रचार किया जाने लगा । यह हुक्म हुआ कि सारे गिरजाघरों में प्रार्थना की पुस्तक (The Prayer Book) अँगरेजी भाषा में पढ़ी जाय । कुछ समय के बाद एडवर्ड की मृत्यु हो गई और उसकी बड़ी बहन, मेरी, इंगलैंड की रानी बनाई गई । वह कट्टर कैथलिक थी। उसने प्रोटेस्टेन्ट पन्थ को जड़ से उखाड़ डालने का यत्न किया। उसने अपने पाँच-छः वर्ष ही के शासन काल में इंगलैंड के प्रोटेस्टेन्टों को बेहद तंग कर डाला और मारे देश को, फिर से, रोम के पोप के अधीन कर दिया । सबसे पहले उसने गिरजाघरो में अंगरेजी में प्रार्थना-पुस्तक का पढ़ा जाना बन्द कर दिया। इससे लोगों में अशान्ति और असन्तोष उत्पन्न हो गया। इतने ही में रानी मेरी ने स्पेन के राजा फ़िलिप के साथ (जो मेरी ही के समान कट्टर कैथलिक था) विवाह करने का विचार प्रकट किया। तब तो लोग बहुत ही चिढ़ गये । देश भर में दंगा और फमाद होने लगा। सेना की सहायता से, और फ़िलिप के साथ विवाह न करने की झूठी 1. Cf.--"Great baskets full of books were commanded after the great fire was made before the Rood of Northen, thus to be burn- ed and those heretics to go there in about the fires and to cast in their fargots." -- Readings from English History' म. हि.10.4