पृष्ठ:महाभारत-मीमांसा.djvu/४३९

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ॐ भूगोलिक शान । ® ४२१ ११७ मसीर १३७ करीषक । ३२ वल्कल ४२ सनीप ११- मधुमन्त १३८ कुलिन्द () ३३ मालव () ४३ घटसंजय ११६ सुकन्दक १३६ उपत्यक ३४ बल्लव ४४ अठिद १२० काश्मीर १४० बनायु ३५ अपरयल्लव ४५ पाशिवाट १२१ सिन्धुx १४१ दश ३६ कुलिन्द ४६ तनय १२२ सौवीरx १४२ पार्श्वरोम ३७ कालद ४७ सुनय १२३ गान्धार ४ १४३ कुशबिन्दु ३८ कुण्डल ४८ ऋषिक १२४ दर्शक १४४ कच्छ ३६ करट ४६ विदर्भ १२५ अभिसार १४५ गोपालकक्ष ४० मूषक ५० काक १२६ उलूत १४६ जाङ्गल । ४१ स्तनबाल १२७ शैवल १४७ कुरुवर्णक उत्तर ओरके म्लेच्छ । १२८ बाल्हिक () १४ः किरातx। १२६ दारूचव १४६ बर्बरx १ तङ्गण । यह दक्षिणके लोगों में भूलसे १३० नवदर्व १५० सिद्ध २ परतङ्गण | बतलाये गये हैं। १३१ वातजाम १५१ वैदेह () १ यवन x १४ खाशीर x १३२ रथोरग २५२ ताम्रलिप्तकx. २ चीनकांबोज x १५ आंतचार १३३ बाहुवाध १५३ औडx ३ सद्ग्रह १६ पल्हव x १३४ सुदामान १५४ म्लेच्छ ४ कुलत्थ १७ गिरिगह्वर १३५ सुमल्लिक १५५ शैशिरिध्र १८ आत्रेय १३६ वध्र १५६ पार्वतीय ६ पारसीक ४ १६ भरद्वाज । ७रमण २० स्तनपोषिक दक्षिण ओरके लोग। चीन x २१ प्रोषक १ द्रविड़ x १७ मालवx दशमालिक २२ कलिङ्ग २ केरलx १८ समङ्ग १० शुद्राभीर २३ किरात जाति ३ प्राच्य १६ करक । ११ दरद x २४ तोमर ४ भूषिक २० कुकुर

१२ काश्मीर २५ हन्यमान

५वमवासिक २२ श्रांगार १३ पशु २६ करभंजक ६ कर्णाटकx २२ मारिष २७ लंपाक । यह नाम नीचेके श्लोकमें ७ माहिषक x २३ ध्वजिन्युत्सव- पाया है । लंपाकाच पुलिन्दाश्च चिक्षिपुः -विकल्प संकेत स्लाश्च सात्यकिः हमूषक २४ त्रिगर्त (द्रो० अ० १२०) इसके सिवा उत्तर १० झिल्लिक २५ शाल्वसेनि ओर ११ कुन्तलx २६ व्यूक (सभापर्व-वनपर्व ) अर्जुनके दिग्वि- १२ सौहृद २७ कोकयक जयमें आनेवाले लोग इस प्रकार हैं:- १३ नभकामन २८ प्रोष्ठ १ कुविन्द अन्तर्गिरि () १४ कौकुद्द २६ समवेगवश २ बानर्त ६ बहिर्गिरि () १५ चोलx 30 विध्यचुलिक ३ तालकूट विगत १६ कोकणx ३१ पुलिन्द । प्राग्ज्योतिष x हार्व