पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/१७७

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

at such exhibitions, is again no excuse for their presence. But I must, not labour the point any further. I thought that as I could not endorse the position taken up by you in your letter, I should just place before you my argument for your consideration." " मैंने जब यह कहा था कि यौगिक सिद्धियोंके दुरुपयोगके विषयों लिखते वक्त आपको ज्यादा कड़ा होना चाहिये था, तब मैंने यह विशेषण सावधानीके साथ ही अिस्तेमाल किया था। मेरा खयाल है कि हम मानी हुश्री बुराअियोंके बारेमें जैसा लिखते हैं, वैसा ही अिस विषय पर भी लिखना चाहिये। हम दुष्ट मनुष्यको छोड़ दें, मगर दुष्टताको धिक्कारनेमें तो जरा भी रिआयत न करें । अक चीजको हमने बुराी मान लिया तो जब तक यह खयाल कायम रहे तब तक अिस बुराअीकी साफ साफ शब्दोंमें निन्दा करना सौम्य स्वभावसे असंगत नहीं है । और आगे चल कर हमें जैसा मालूम पड़े कि हमारा पिछला खयाल गलत था, तो अिस पर भी अफसोस करनेका कोअी कारण नहीं। क्योंकि पूर्ण सत्यके पास पहुँचनेकी कोशिशमें हमें समय समय पर सापेक्ष सत्यसे सन्तोष करके काम चलाना पड़ेगा । अिस सापेक्ष सत्यको हम हर हालतमें पूरी सचाीकी तरह ही मानकर चलेंगे। हममें अिस तरहका विश्वास न हो, तो यह आसानीसे साबित किया जा सकता है कि हम प्रगति नहीं कर सकते । अलबत्ता, जहाँ हमें अपनी बातकी सचाी पर अपने दिलमें जरा भी शक होगा, वहाँ हमारी भाषा सावधानीकी होगी और निश्चयात्मक नहीं होगी। मौजूदा मामलेमें प्रयोग करनेवालेका हेतु कितना ही अच्छा हो, तो भी मेरी रायमें असके प्रदर्शनोंका बचाव नहीं किया जा सकता। फिर जैसे प्रदर्शनोंमें हाजिर रहनेका क्या परिणाम होगा, अिस बारेमें सोचनेकी प्रेक्षक लोग जरा भी तकलीफ न अठावें, तो जिसका भी बचाव नहीं किया जा सकता। मगर अिस बातको और नहीं बढ़ागा । चूंकि आपने अपने पत्रमें जो सफाी दी है अससे मैं सहमत नहीं हो सकता, अिसलिओ आपके विचारके लिो मैंने अपनी दलील आपके सामने रख दी है।" आज अर्दू पुस्तक पढ़ते पढ़ते कहने लगे " अिसमें जहर अँडेलनेमें कसर नहीं रखी गयी । यह किताब सरकारने हिन्दू-मुसलमानोंकी अनबनके जमानेसे पहले मंजूर की थी और आजकलके मुसलमान युवक अिन्हीं किताबोंपर पले और बड़े हुओ हैं।" अंग्रेजोंके विषयमें बोलते हुझे कहने लगे ."नहीं, ये लोग कमजोर पड़े बिना झुकनेवाले नहीं हैं। यह अिनकी खासियत है । आपसमें लड़ते हों या दूसरोंके साथ १७४