परिचय
शेख़ सादी की गणना उन महात्माओं में है जिन के विचारों का प्रभाव केवल ईरान ही में नहीं वरन् समस्त संसार पर पड़ा है। वह कवि थे, लेकिन ऐसे कवि जो किसी उच्च उद्देश्य को पूरा करने के लिए जन्म लेते हैं। उन्होंने केवल काव्य-प्रेमियों के मनोरञ्जन के निमित्त अपनी काव्य-शक्ति का उपयोग नहीं किया। उनका उद्देश्य अपने भाइयों की नीति, विचार तथा व्यवहार का संशोधन करना था और उन्होंने अपनी कविता-शक्ति सर्वस्व इसी उद्देश्य की भेंट कर दी। यदि संसार के किसी कवि के विषय में यह कहा जा सक्ता है कि ईश्वर का सन्देशा वह अपने बन्धुवों को सुनाने के लिए आया था तो वह कवि शेख़ सादी है। एक विद्वान् पुरुष का कथन है कि कवि का काम मानवचरित्र का अङ्कन वा भावों का दर्शाना नहीं है, उसका काम उन सच्चाइयों को प्रकट करना है जिनका उसने अपने जीवन में अनुभव किया है। इस दृष्टि से देखिये तो सादी का स्थान बहुत ऊंचा है! मानव-स्वभाव का जितना अनुभव उनको था, संसार को जितना और जिस तरह उन्होंने देखा, उतना कदाचित्