( ६२ ) (२) विशेषण से-तुल्य, समान, उलटा, जबानी, सरीखा, योग्य, जैसा, ऐसा। (३) क्रिया-विशेषण से-ऊपर, भीतर, यहाँ, बाहर, 'पास, परे, पीछे। (४) क्रिया सें-लिए, मारे, करके, जान । सूचना-अव्यय के रूप में "लिये" को बहुधा "लिए" लिखते हैं ।] .. तीसरा अध्याय. समुच्चय-बोधक - - २०३--जो अव्यय एक वाक्य का संबंध दूसरे वाक्य से 'मिलाता है, उसे समुच्चय-बोधक कहते हैं; जैसे, और, यदि, तो, क्योंकि, इसलिए। ___ "हवा चली और पानी गिरा"-यहां "और" समुच्चय-बोधक है; क्योंकि वह पूर्व वाक्य का संबंध उत्तर वास्य से मिलाता है। कभी कभा समुच्चय-बोधक जोड़े जानेवाले वाक्य पूर्णतया स्पष्ट नहीं रहते; जैसे, "कृष्ण और बलराम गये।" इस प्रकार के वाक्य देखने में एक ही से जान पड़ते हैं; परंतु दोनों वाक्यों में क्रिया एक ही होने के कारण संक्षेप के लिए उसका प्रयोग केवल एक ही बार किया गया है। ये दोनों वाक्य • स्पष्ट रूप से यों लिखे जायेंगे-"कृष्ण गये और बलराम गये।" इसलिए यहाँ "और" दो वाक्यों को मिलाता है। "यदि सूर्य न हो तो कुछ भी नि हो।" इस उदाहरण में "यदि" और "तो" दो वाक्यों को जोड़ते हैं।
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