( ८८ ) वाक्य के किसी दूसरे शब्द के साथ मिलाता है, उसे संबंध-- सूचक कहते हैं; जैसे, "धन के बिना किसी का काम नहीं चलता।" "नौकर गाँव तक गया ।" रात भर जागना अच्छा नहीं होता।” इन वाक्यों में 'बिना', 'तक' और 'भर संबंधसूचक हैं। "बिना” शब्द "धन" संज्ञा का संबंध "चलता” क्रिया से मिलाता है; "तक" "गाँव" का संबंध "गया” से मिलाता है और “भर" "रात” का संबंध "जागना” क्रियार्थक संज्ञा के साथ जोड़ता है। __१६४-कोई कोई कालवाचक और स्थानवाचक अव्यय क्रिया-विशेषण भी होते हैं और संबंधसूचक भी। जब वे स्वतंत्र रूप से क्रिया की विशेषता बताते हैं, तब उन्हें क्रिया- विशेषण कहते हैं, परंतु जब उनका प्रयोग संज्ञा के साथ होताः है तब वे संबंधसूचक कहलाते हैं; जैसे--- नौकर यहाँ रहता है । ( क्रिया-विशेषण ) नौकर मालिक के यहाँ रहता है। ( संबंधसूचक ) यह काम पहले करना चाहिए । ( क्रि० वि० ) यह काम जाने से पहले करना चाहिए। (सं० सू०). . १६५-प्रयोग के अनुसार संबंध-सूचक दो प्रकार के. होते हैं-(१) संबद्ध और ( २ ) अनुबद्ध । (१) संबद्ध संबंधसूचक संज्ञाओं की विभक्तियों के आगे आते हैं; जैसे, धन के बिना, नर. की नाई, पूजा से पहले। . . . . . . .
पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/९१
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।