पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/२२८

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( २२३ ) मिश्र वाक्य ४१६-मिश्र वाक्य में मुख्य उपवाक्य एक ही रहता है; पर आश्रित उपवाक्य एक से अधिक आ सकते हैं। आश्रित उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं-संज्ञा-उपवाक्य, विशेषण- उपवाक्य और क्रियाविशेषण-उपवाक्य । (क) मुख्य उपवाक्य की किसी संज्ञा या सर्वनाम के बदले जो उपवाक्य आता है, उसे संज्ञा-उपवाक्य कहते हैं; जैसे, तुमको यह कब योग्य है कि वन में बसो। इस वाक्य में 'वन में बसो' आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य के 'यह' सर्वनाम के बदले में आया है। (ख ) मुख्य उपवाक्य की किसी संज्ञा की विशेषता बतानेवाला उपवाक्य विशेषण-उपवाक्य कहलाता है; जैसे, जो मनुष्य धनवान होता है उसे सभी चाहते हैं। इस वाक्य में "जो मनुष्य धनवान होता है", यह आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य के "उसे" सर्वनाम की विशेषता बतलाता है। .. (ग) क्रिया-विशेषण-उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है; जैसे, जब सबेरा हुआ, तब हम लोग वाहर गये। इस मिश्र वाक्य में 'जब सबेरा हुआ' क्रिया-विशेषण-उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की "गया क्रिया की विशेषता बतलाता है।