( १७८) ३२७-आगे “देखना” सकर्मक क्रिया के कर्मवाच्य ( कर्मणिप्रयोग ) के केवल पुल्लिंग रूप दिये जाते हैं। स्त्रीलिंग रूप क वाच्य काल-रचना के अनुकरण पर सहज ही बना लिये जा सकते हैं। (सकर्मक) “देखना" क्रिया (कर्मवाच्य) धातु ... ... ... ... देखा जा । वर्तमानकालिक कृदंत ... .... देखा जाता हुआ। भूतकालिक कृदंत देखा गया (देखा हुआ)। पूर्वकालिक कृदंत देखा जाकर । तात्कालिक कृदंत देखे जाते ही। अपूर्ण क्रियाद्योतक कृदंत ... ... देखे जाते हुए। पूर्ण क्रियाद्योतक कृदंत .. देखे गये हुए। (क ) धातु से बने हुए काल कर्मणिप्रयोग (कर्म-पुल्लिंग ) . (१) संभाव्य भविष्यत्-काल एकवचन बहुवचन १-मैं देखा जाऊँ हम देखे जाएँ, जावें, जाय २-तू देखा जाए, जावे, जाय . तुम देखे जाओ ३-वह " " " " वे देखे जाएँ,. जावें, जाय (२) सामान्य भविष्यत्-काल १-मैं देखा जाऊँगा हम देखे जाएँगे, जावेंगे, जायर क्वचित
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