पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/१६१

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( १५६ ) जैसे, इतनी रात गये तुम क्यों आये ? इस बात को हुए -कई वर्ष बीत गये। महाराज कमर कसे बैठे हैं। (क) अपूर्ण क्रियाद्योतक और पूर्ण क्रियाद्योतक कृदंतों के साथ बहुधा "होना" क्रिया का पूर्ण क्रियायोतक कृदंत अव्यय "हुए" लगाया जाता है; जैसे, "दो एक दिन आते हुए दासी ने उसको देखा था।" ."धर्म एक बैताल के सिर पिटारा रखवाये हुए प्राता है।" (६) काल-रचना ३२०-क्रिया के वाच्य, अर्थ, काल, पुरुष, लिंग और वचन के कारण होनेवाले सब रूपों का संग्रह करना काल- रचना कहलाता है। (क) हिंदी के सोलह कालरचना के विचार से तीन वर्गो' में बाँटे जाते हैं। पहले वर्ग में वे काल आते हैं जो धातु में प्रत्ययों के लगाने से बनते हैं; दूसरे वर्ग में वे काल आते हैं; जो वर्तमान-कालिक कृदंत में सहकारी क्रिया . "होना” के रूप लगाने से बनते हैं; और तीसरे वर्ग में वे काल आते हैं जो भूतकालिक कृदंत में सहकारी क्रिया के रूप जोड़कर बनाये जाते हैं। इन वर्गों के अनुसार कालों का वर्गीकरण नीचे दिया जाता है- पहला वर्ग धातु से बने हुए काल (१) संभाव्य-भविष्यत् (३) प्रत्यक्षविधि (२) सामान्य-भविष्यत (४) परोक्षविधि