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१६, ४ ग्वालियर राज्य 88/42 २१ अङ्क १-४] को मांगती है। यहां तो म्वयं राजाने ही प्रजा के अधिकारों को जान कर बिना मांगे सौंपना प्रारम्भ किया है। ग्वालियर राज्य में बेकारी को दूर करने के लिये सिविल सर्विस को और अधिक तगड़ा बनाया जा रहा है। हाल ही में ग्राम और समाज सुधार के लिये महाराज १,००,००,००१) रुपया प्रदान किया है। ग्राम- सुधार के लिये एक स्कोम बनाई गई है और अशिक्षिता को दूर करने के लिये गांव २ शिक्षा देने का प्रबन्ध हो रहा है। ग्वालियर-किले में मान मन्दिर । राज्य के अन्दर ग्रेट इन्डियन पेनिन शुला रेलवे बाम्बे बड़ौदा और सेन्ट्रल इन्डिया रेलवे हैं। इसके सिवा २५० मील की और भी छोटो रेलवे लाइन राज्य के भीतर २३३१ मील पक्की सड़क है। इनका प्रबन्ध कम्पनियों के हाथ में है। ग्वालियर राज्य इस समय ब्रिटिश साम्राज्य के हवाई नकशे में एक मुख्य स्थान है। यह राज्य दिल्ली और कल- कत्ता के हवाई मार्ग पर है और इम्पायर एअर मेल स्कीम के ट्रांस इन्डियन मार्ग पर भी पड़ता है। माधो सागर नामक स्थान जहां हवाई जहाज ठहरते पुस्तकालय गुरुकुल कामती विद्यालय