यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
४१
प्रकार जर्मन महायुद्ध ने ख़िलाफ़त का श्राद्ध कर दिया। ख़लीफ़ा अपने महल में लगभग नज़रबन्द कर दिये गये और अठारह लाख वर्ग मील में फैला हुआ तुर्क साम्राज्य अब लगभग एक हज़ार वर्ग मील ही रह गया।
सन् १९२० में यह सन्धि हुई। उसी समय एक तुर्क युवक ने तुर्क राष्ट्र की रक्षा के लिये एशिया माइनर में तलवार उठाई। उसने पूर्वी एशिया माइनर पर क़ब्जा कर लिया और बोलशेविकों से सन्धि करके टर्की के बहुत प्रदेश वापस कर लिये। इसके बाद यूनानियों से बहुत से प्रदेश छीन लिये। दो वर्ष में उसने खासी ख्याति पैदा कर ली। प्रारम्भ में उसे अंग्रेजों ने एक विद्रोही डाकू समझा। पर अन्त में उससे सन्धि करनी पड़ी और इससे तुर्क और कमालपाशा की प्रतिष्ठा बहुत ही बढ़ गई।