इसलाम और भारत वाजाब्ता हमले, उसके कारणों और उसके नतीजों को बयान कर देना चाहते हैं। भारत पर पहला हमला ईसा की आठवीं सदी के शुरू में कुछ अरब सौदागरों की सिंहलद्वीप (लंका) में मृत्यु हुई । ये अरब सौदागर इराक के रहने वाले थे। सिहल- द्वीप के राजा ने इन अरबों की कुछ अनाथ लड़कियों को एक जहाज़ में बैठा कर इराक के मुसलमान गवरनर हज्जाज के पास भेजा । मार्ग में कच्छ के कुछ डाकुनों ने, जिन्हें बावरिज कहते थे, जहाज़ पर हमला करके अरब लडकियों को छीन लिया । हज्जाज ने काठियावाड़ के हिन्दू राजा दाहिर से लडकियाँ तलब की । दाहिर हजाज की माँग पूरी न कर सका। इस पर हजाज ने बलूचिस्तान के रास्ते खुश्की से मोहम्मद बिन कासिम के नेतृत्व मे एक सेना सन् ७१२ ईसवी के करीब भारत पर हमला करने के लिए भेजी। यही भारत के ऊपर मुसलमानों का सब से पहला हमला था। भारत की राजनैतिक हालत उस समय कुछ निर्वल थी जिसका अधिक हाल हम आगे चल कर देगे। मोहम्मद बिन कासिम ने सिन्ध और मुलतान को विजय करके उन पर अपनी हुकूमत कायम कर ली। सिन्ध पर मुसलिम हुकूमत इस हमले के सम्बन्ध में हमे चार बातें ध्यान में रखनी चाहिएँ :- (१) यह कि भारत पर मुसलमानों का पहला हमला उस समय हुना जब कि पूरब में तातार तक और पच्छिम में स्पेन तक मुसलमानों के हुकूमत कायम हो चुकी थी। • Elliot's History of India, vol 1, p 118
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इसलाम और भारत