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तेरवाँ अध्याय मा अंगरेज़ों की साम्राज्य पिपासा सर जॉन शोर के बाद मार्किस वेल्सली ब्रिटिश भारत का . गबरनर जनरल नियुक्त हुआ। माकिस खेल्सली सला का शासनकाल इतने अधिक महत्व का था और उसके समय में इस देश के अन्दर इतने गहरे उलटफेर हुए कि उस समय की राजनैतिक घटनाओं को बयान करने से पहले वेल्सली के चरित्र, उस समय के यूरोप की राजनैतिक अवस्था, अंगरेज़ कौम की आकांक्षाओं और वेल्ली के शासन के उद्देश को संक्षेप में दिखा देना आवश्यक है । वेल्लली का नाम पहले लॉर्ड मानिङ्गटन था। उसका जन्म सन् १७६० ई० में आयरलैण्ड में हुआ । सन् १७६३ ईसवी में वह इंगलिस्तान के उस 'बोर्ड आफ कण्ट्रोल' का एक मेम्बर नियुक्त हुआ जो कम्पनी के भारतीय शासन की देख