पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/६८३

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४०१
सर जॉन शोर

सर जॉन शोर ४०१ चाहता था और दूसरी ओर दिल्ली सम्राट के रहे सहे मान और उसके अधिकार का अन्त कर देना चाहता था। इंगलिस्तान पहुँच कर बारन हेस्टिग्स पर जो मुकदमा चला उसमें एक इलज़ाम उस पर यह था- "मुदाल सम्राट के थोड़े से रहे सहे इलाकों को छीन लेने के लिए वारन हेस्टिंग्स मराठा राज के प्रधान सेनापति माधोजी सौंधिया से मिल गया; और जब कि एक और उसने अपना एक दूत इस काम के लिए दिल्ली भेजा दिया कि वह वहाँ पर सम्राट और उसके वजारों के साथ गुप्त साज़िशें जारी रक्खे x x x दूसरी ओर इल तमाम समय में वह सम्राट और उसके वज़ीरों के खिलाफ बराबर मराठों से मिला रहा; मराठों के साथ भी उसने दा की और उनसे बहाना यह लेता रहा कि मैं सम्राट से तुम्हारे अधिकारों की रक्षा कर रहा हूँ। इस तरह उसने उन सब के नाश की तदबीर की और सब का नाश कर डाला ।"* वारन हेस्टिग्स ही की सलाह से माधोजी सींधिया ने एक ___ ज़बरदस्त फ़ौज रक्खी, उस फौज में यूरोपियन __दिल्ली सम्राट के अफसर रक्खे और वारन हेस्टिग्ल की खास साथ दमा सिफारिश पर एक यूरोपियन दी बौयन को उसका प्रधान सेनापति नियुक्त किया। यही फ़ौज़ लेकर माधोजी Warren Hastings did unite with the Captain-General OE the Murhatta State, called Madhol Scindhi. l designs against the few remaining territories of the Mootual Emperor, and that whilst he sent at agent to Delhi and carried on intrigues with the King and his ministers ___he did all along concur with thu Marhattas in their desig? against the sud King and his innisters, under the treacherous pretext o २६