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भारत में अंगरेज़ी राज

भारत में अगरेजी राज भारे चल कर टॉरेन्स लिखता है :---

  • कोई भी समझदार और न्यायशील इतिहास लेखक इन कामों पर

बिना श्राश्चर्स प्रकट किए और उन्हें निन्दनीय ठहराए उनका उल्लेख नहीं कर सकता"* कॉर्नवालिस ने देश भर में नई अंगरेज़ी अदालत कायम करके इन भारतीय ग्राम पंचायतों के रहे सहे चिन्हों नई अंगरेजी __ का अब सदा के लिए अन्त कर दिया । अदालते कॉर्नवालिस की इन करतूतों को शासन सुधारों' का नाम दिया जाता है। इतिहास लेखक मिल ने बड़ी योग्यता और विस्तार के साथ दर्शाया है कि किस प्रकार कॉर्नवालिस के इन 'शासन सुधारों' ( ? ) ने-"भारत की प्राचीन ग्राम पंचायतों का सत्यानाश कर दिया, नई अंगरेजो कचहरियों को तमाम काररवाइयों को जान बूझ कर लम्बा और पेचीदा बना दिया, वकीलों को जन्म दिया और इस तरह के कानून बना दिए कि विना वकील की मदद के किसी मुकदमे का चल सकना करीब करीव नामुमकिन हो गया, गरीबों के लिए न्याय प्राप्त कर सकना नामुमकिन कर दिया, सरकार के लिए एक तरह के नियम और मामूली प्रजा के लिए दूसरी तरह के नियम रख कर सरकार के लिए अपनी मालगुजारी वसूल कर सकना सस्ता और श्रासान कर दिया, इंगलिस्तान के हजारों निकम्मे लड़कों की जीविका का "Vo we or inst thistoaawj note tilest. things withoute.presson of Pouder and condemnation "Thd 103