पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/६७३

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लॉर्ड कॉर्नवालिस

लॉर्ड कॉनवालिस इन हजारों बरसों की ग्राम पञ्चायतों पर सबसे पहला हमला उस समय हुअा जर कि बंगाल के अन्दर मोर ग्राम पञ्चायतों का " जाफ़र और मीर कासिम के शासन काल मे नाश ईस्ट इंडिया कम्पनी की भयंकर तिजारती तथा कारवारी लूट और अनेक मौकों पर वेपरदा और खुली लूट का दौर शुरू हुआ। दूसरा बाकायदा हमला भारत की ग्राम पंचायतो पर सन् १७७३ में हुअा जबकि वारन हेस्टिंग्स के शासन काल में इंगलिस्तान के अन्दर रेगुलशन ऐक्ट' नाम का कानून पास हुआ, जिसके अनुसार वारन हेस्टिग्स के मशहूर दोस्त सर पलाइजाह इम्पे के अधीन कलकत्ते में पहली अंगरेजी हाईकोर्ट कायम हुई। उस समय से ही, टॉरेन्स लिखता है :- "इससे पहले के तमाम राजकुलों के परिवर्तनों में मुसलमान या मराठे सब भारतीय नरेश जिन (म्यूनिसिपल) पंचायतों का पूरा पूरा लिहाज़ रखते थे और जिन्हें उन लोगों ने निस्सन्देह बिलकुल ज्यों का त्यों कायम रखा था, अब नए विदेशी शासकों ने उन प्राचीन पंचायतों का पूरी तरह निरादर किया और उनमें से अधिकांश को निर्दग्रता के साथ उखाड़ कर फेंक दिया । देशी पंचों की अदालत की जगह अब एक स्वेच्छाचारी विदेशी जज बैठा दिया गया ।"* " Ter tice Alunicipal Institutions, which contessudh hd teet serupulously te-per tetl in all former inves of dynasty whether Moham __nardarn vr laratht, were he nectorth to ha disegarded, and ma" of tinerx ___to be rulely uprooted by the ne chstem or loreign administration Instone ___of the native Pant hayat, there ints stablished an arihtrars. Judge ---1bic p 102, 103