पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/६२५

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हैदरअली

हैदरअली इथियार रखवा कर उन्हें आज़ाद छोड़ देता था और प्रजा के जान माल और उनकी स्त्रियों के सतीत्व की रक्षा का पूरा प्रबन्ध कर देता था।* श्राम्बूरगढ़ का किला टीपू ने वहाँ के अंगरेज़ किलेदार और उसकी सेना से १५ दिन के मोहासरे के बाद विजय किया। इसी प्रकार हैदर के दूसरे सेनापतियों ने अन्य अनेक किलो और इलाकों को विजय किया। गवरनर जनरल वारन हेस्टिग्म्स करनल वेली को लेना के ____ सर्वनाश, जनरल मनरो की भगदड़ और हैदर अंगरेजों की की अपूर्व विजयों के समाचार सुन कर अवग घबराहट गया। बंगाल में उस समय भयंकर दुष्काल पड़ा हुआ था। लिखा है कि प्लासी से उस समय तक यानी अंगरेज़ो राज के शुरूं के बीस साल के अन्दर बंगाल की नाबादो घटते घटते ६० लाख से ६० लाख रह गई थी। तिल पर भी वारन हेस्टिंग्स ने इन समाचारों को सुनकर अकाल पीड़ित बंगाल के ख़ज़ाने से १५ लाख रुपए नकद और सर श्रायर कूट के अधीन एक बहुत बड़ी सेना मय तोपखाने के बंगाल से मद्रास के लिए रवाना की। यह सेना ५ नवम्बर सन् १७८१ को मद्रास पहुँची! मद्रास में नवाब मोहम्मद अली ने सर श्रायर कूट के सामने अपनी तबाही का रोना रोया। मोहम्मदअली के पास अभी तक धन मौजूद था, नई सेना के खर्च के लिए कूट ने दो लाख पैगोदा मानी

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+ History of Hyder: By M D LT,P 162