पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/५२८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
२६०
भारत में अंगरेज़ी राज

२६० भारत में अंगरजी राज करनल हैनवे को बरखास्त कर दिया। इसके बाद जब नवाब को मालूम हुआ कि हेस्टिंग्स फिर करनल हैनने को मेरे सिर मढ़ने की तजवीज कर रहा है तो नवाब ने हेस्टिंग्स को लिख दिया कि--"मैं हजरत मोहम्मद की कसम खाता हूँ कि यदि आपने मेरे यहाँ किसी काम पर भी करनल हैने को नियुक्त किया तो मैं सलतनत छोड़कर निकल जाऊँगा।" दुर्भाग्यवश उस समय के कम्पनी के शासन का कोई सच्चा और विस्तृत इतिहास किली भारतवासी के हाथ का लिखा हुआ मौजूद अब हम फिर कोलबुक के पत्र की ओर आते हैं। हमें ___याद रखना चाहिए कि कम्पनी हो इस समय लगान का बढ़ाया सारे वशाल. विहार और उडीसा की प्रजा से जाना लगान वसूल करती थी। यह लगान जिस हिसाब सं वसूल किया जाता था, उसके विषय में कोलत्रक लिखता है :- "जिस पद्धति के अनुसार इस देश के अन्दर अंगरेज़ी इलाकों का शासन किया जा रहा है उससे प्रजा की खुशहाली पर बुरा असर पडा है i xxx नमक और अफीम के ठेकों का या उन तरीकों का जिनसे कम्पनी की तिजारती पूँजी जमा की जाती है ज़िक्र छोड़कर, मैं केवल जमीन के लगान का ज़िक्र करता हूँ। जमीन का लगान जहाँ तक बढ़ाया जा सकता था, बढ़ा दिया गया है। मुग़ल सरकार के अधीन कोई जमींदार अपनी ज़मींदारी की

  • Alhil, Rook Y, Chapter, 8.