पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/१२३

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मुसलमानों का यहाँ बस जाना

मुसलमानों का यहाँ बस जाना ६५ में पाई जाती हैं, और उससे पहले की किसी भी भारतीय सम्प्रदाय में नहीं थीं । 'अल्लम' और अल्लाह शब्द भी निस्सन्देह एक दूसरे से मिलते ____ इसी तरह सिद्धर सम्प्रदाय के लोगों ने एक ईश्वर को माना, आवागमन के सिद्धान्त से इनकार किया, वेद और शास्त्रों के प्रमाण को अस्वीकार किया, मूर्तिपूजा को निन्दनीय ठहराया, जाति भेद को झूठा माना, सत्गुरु की श्रावश्यकता पर जोर दिया, इत्यादि । इन लोगों के ग्रन्थों में इसलाम के शब्द और सूफित्रों की परिभाषाएँ स्थान स्थान पर पाई जाती हैं। मुसलमानों का यहाँ बस जाना भारतीय जीवन के अनेक पहलुओं पर इसलाम और मुसलमानों के प्रभाव से थोड़ी देर के लिए हट कर अब हम यह देखना चाहते हैं कि मोहम्मद बिन कासिम के बाद भारत पर मुसलमानों के कौन कौन से हमले हुए, मुसलमानों की हुकूमत इस देश में किस तरह कायम हुई और किस तरह बाहर से आने वाले मुसलमान भी इसी देश में बस गए। महमूद ग़ज़नवी सिन्ध पर मोहम्मद बिन कासिम के हमले के तीन सौ साल बाद मह- मूद ग़ज़नवी के हमलों का समय आया। ग़ज़नी के शासक महमूद ने कुछ नगरों को बरबाद किया, कुछ हिन्दू नरेशों के साथ सुलह करके उन्हें सुर-