पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/७१९

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सन् १८३३ का चारटर एक्ट

सन् १८३३ का चारटर एक्ट १११५ इसके अतिरिक्त ब्रिटिश भारतीय सरकार को उस समय अपने विशाल साम्राज्य के लिए अनेक वफ़ादार और कुशल हिन्दो- स्तानी बाबुओं को भी ज़रूरत थी। लॉर्ड मैकॉले के बनाए हुए कानून 'ताज़ीरात हिन्द' का ज़िक्र ___ऊपर किया जा चुका है। हिन्दोस्तान के अन्दर ताज़ीरात हिन्द अंगरेजों का शासन और आयरलैण्ड के अन्दर अंगरेजों का शासन इन दोनों में बहुत बड़ी समानता है । इसी तरह के आयरलैण्ड के ताज़ीरात के कानून ( आयरिश पीनल कोड ) के विषय में बर्क ने लिखा है- "आयरिश पीनल कोड एक सुसम्पादित और अपने सभी हिस्सों को दृष्टि से योग्यता से लिखा हुआ ग्रन्थ है । यह एक चतुर और पेचीदा यन्त्र है, और कभी किसी भी कुशाग्रधी किन्तु सदाचार रहित मनुष्य ने किसी कौम पर अत्याचार करने, उस दरिद्र बनाने और उसे प्राचार भ्रष्ट करने, और उनके अन्दर से मनुष्यत्व तक का नाश करने के लिए इससे अधिक उपयुक्त यन्त्र न रचा होगा।"* करीब करीब यही बात लॉर्ड मैकॉले के इण्डियन पीनल कोड deliberate intention to undermine the religious and social life of India ".- The Indran Daily News, 29th March, 1909 • "well digested and well disposed in all its parts, a machine of wise and elaborate contravance, and as well fitted for the oppression, impovernsh- ment and degradation of a people, and the debasement in them of humaar nature itselt, as ever proceeded from the perverted ingenuity of man "- Burke, on the lrnsh Penal Code