पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/७१६

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भारत में अंगरेज़ी राज

१११२ भारत में अंगरेजी राज सरकार जबरदस्ती लोगों को शराब पीने की आदत डाल रही है, जब कि हिन्दू और मुसलमान दोनों के धर्मग्रन्थ शराब पीने का निषेध करते हैं। ___ "इसलिये यदि सन्तोष ही सुशासन को एक कसौटी हो तो सन् १८३३ का कानून पूरी तरह असफल रहा । "दसवीं कसौटी-अंगरेजों द्वारा देश का संरक्षण । "xxx हिन्दोस्तान के बजट में हर साल घाटा पड़ता है, फिर भी कम्पनी के अंगरेज़ हिस्सेदारों को बराबर और ठीक ठीक १०१ फ्रीसदी मुनाफा दिया जाता रहा है xxx"W सन १८३३ का कानून पास होने के बाद से भारत के विदेशी शासक और भी अधिक ज़ोरों के साथ रही सही देशी रियासतों को अंगरेज़ी राज में मिलाने के प्रयत्नों में लग गए। सन् १८३३ के कानून के अनुसार भारत के गवरनर जनरल की कौन्सिल में एक नया सदस्य बढ़ाया गया, बर जिसे 'लों मेम्बर' कहते थे । लॉ मेम्बर का कार्य लॉर्ड मैकॉले ब्रिटिश भारत की जनता के लिये कानून बनाना बतलाया गया। प्रसिद्ध अंगरेज विद्वान् लॉर्ड मैकॉल को पहला 'लॉ मेम्बर' नियुक्त करके सन् १८३३ में भारत भेजा गया। हिन्दोस्तान को 'ताजीरात हिन्द' ( भारतीय दण्ड विधान ) अर्थात् इण्डियन पीनल कोड की रचना और हिन्दोस्तानिया में अंगरेजो नया

  • The Government of India since 1834, by The India Reform Society

of England, 1853