पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/३०८

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जसवन्तराव होलकर

जसवन्तराव होलकर कि जसवन्तराव होलकर का इस समय राज है, उसका राज बना रहने दें तो हमें इसनी कठिनाई या आपत्ति नहीं है। और यदि इस समय हम जसवन्सराव होलकर के साथ प्रेम का म्यवहार बनाए रक्खेंगे तो इसका भी यह मतलब नहीं है कि हम पाइन्दा भी कमी काशीराव होलकर को उसको पैतृक गद्दी पर फिर से न बैठा सकेंगे।xxx "फिर भी यह आवश्यक है कि जसवन्तराव होलकर की भोर हम अपना व्यवहार इस ढंग का रखें कि जिससे हमें यह मानना न पड़ जाय अथवा हमें इसकी स्वीकृति देनी न पड़ जाय कि जसवन्तराव राम का न्याय्य अधिकारी हैx xx" और आगे चलकर गवरनर जनरल ने इस छल से भरे हुए पत्र में जनरल लेक को श्रादेश किया कि अभी “श्राप जसवन्तराव होलकर के साथ मित्रता कायम रक्खें और सुलह सफाई का पत्र- व्यवहार जारी रक्खे ," साथ ही यह भी आदेश दिया कि श्राप "युद्ध के लिए जिस तरह श्रावश्यक समझे तैयारी भी करते रहें।'* • " I have the honour to acknowledge the receipt of Your Excellency's despatches under date the 19th, 28th and 29th December, 1803 "The letters of which Jaswant Rao Holkar har transmitted copses to Your Excellency must have been forwarded to Holkar by Mayor-General Wellesley in his own name I have not addressed any letter to Jaswant Rao Holkar, but Major-General wellesley was authorizad by my Instructions of the 26th June, to open an amicable negotiation with that chiettain "It is now expedient to decide the course to be pursued with respect to Jaswant Rao Holkar.