पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/२०३

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भारत में अंगरेज़ी राज

६१४ भारत में अंगरेज़ी राज भावश्यक यह है कि आप सीधिया के तोपखाने का और साथ ही उसके यूरोपियन मन शस्त्रों और तमाम फौजी सामान को नष्ट कर देंxxx बहुत ही अच्छा हो, यदि सौंधिया अथवा राघोजी भोसले को किसी तरह गिरफ्तार कर लिया जाय x x x युद्ध छिपते ही पाप सींधिया, होलकर और x x x प्रत्येक अन्य मराठा नरेश की नौकरी से यूरोपियन अफसरों को अपनी ओर बुला लेने के लिए जो उपाय उचित समझे, कीजियेगा। ___ "आपको आजादी दी जाती है कि इस कार्य के लिए भाप जो वर्च जरूरी सममें करें और जैसे दूत अधिक उपयोगी समझे भेजें xxx मैं सोच रहा हूँ कि गोहद के राना के पास और राजपूत राजाओं के पास मैं स्वयं यथोधित दूत भेजूं । भाप भी इन रियासतों को सींधिया के विरुद्ध भड़काने को हर तरह से कोशिश कीजिये । x x x यह भी सोचिएगा कि काशीराव होलकर को जसवन्सराव होलकर के विरुद्ध भड़काने के लिए क्या क्या किया जा सकता है।xxx" किन्तु इस समस्त राजनैतिक बलात्कार के लिए इंगलिस्तान के थोड़े से उदार लोगों अथवा भावी इतिहास लेखकों के सामने कुछ बहाना रख देना भी आवश्यक था। इसलिए इस पत्र में पहली बार मार्किस वेल्सली ने अपने पुराने बहाने, भारत पर "फ्रान्स के इरादों का जिक्र किया और पत्र के अन्त में लिखा :- "सींधिया का शीघ्र नाश कर देना xxx फ्रान्स के इरादों के लिए सर्वथा घातक सिद्ध होगा ।" • "On the receipt of this despatch you will desire Colonel Collins to demand an explicit declaration of the views of Scindhra and of the Raja of Berar, with in such a number of days as shall appear to you to be reasonable