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भारत में अंगरेज़ी राज
५८४ भारत में अंगरेजी राज बसई की सन्धि से मराठा मण्डल को सत्ता और स्वाधीनता दोनों समाप्त होगई, और "अंगरेजों तथा राघोबा के परस्पर सम्बन्ध के कारण" राघोबा के अदूरदर्शी और निर्बल पुत्र के पेशवा की मसनद पर बैठाए जाने से नाना फडनवीस ने जो आशङ्काये बरसों पहले प्रकट की थीं वे सशी साबित हुई। near him and we may conclude that it was not without great reluctance that he consented to the treaty of Bassein -Origin of the Pandaries etc, by an Officer in the service of the Honourable East India Company 1818 -