पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/१४

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बत्तीसवाँ अध्याय तीसरा मराठा युद्ध हेस्टिंग्स की नीति-पिण्डारियों का दमन-युद्ध की विशाल तय्यारी-अंगरेज़ों का भौगोलिक ज्ञान-करनल टार-मराठों और राज- पूतों का सम्बन्ध-सींधिया के साथ नई सन्धि-पेशवा बाजीराव और अंगरेज़-रेज़िडेण्ट एलफिन्सटन-बाजीराव और गायकवाद-खुरशेदजी जमशेदजी मोदी की हत्या-गंगाधर शादी की हत्या-शास्त्री की हत्या से अंगरेज़ों को लाभ त्रयम्बक जी की मृत्यु-खड़की का संग्राम सेनापति बापू गोखले-सतारा दरबार की ग़लती-पेशवा राज का अन्त-बाजीराव के शासन में पूना की अवस्था-मोंसला राम और अंगरेज़-नागपुर में रेज़िडेण्ट के गुप्त कार्य-राधोनी की मृत्यु-राजा बाला साहब-अप्पा साहब को लोम-बाला साहब की हत्या-राजा अप्पा साहब भोसले- अप्पा साहब की कायरता-अरबों की वफ़ादारी-अंगरेजी सेना की असफलता-अप्पा साहब के साथ दा-भोंसले राज का बटवारा- अप्पा साहब के अन्तिम प्रयन-अप्पा साहब का अन्त-होलकर के साथ युद्ध-महीदपुर का संग्राम-तीसरे मराठा युद्ध का अन्त हेस्टिम्स के अन्य कृत्य । पृष्ठ ६६२-१०३६