पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/१३४

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पेशवा को फांसने के प्रयत्न

पेशवा को फांसने के प्रयत्न ५४७ कोई सन्देह नहीं रह जाता कि इस सन्धि के मुख्य उमेश कम्पनी के लिए अत्यन्त अहितकर है, और इन उशों को पूरा करने के लिए यह तजवीज़ हो रही है कि सींधिया को मदद से वज़ीरमली को अवध की मसनद पर बैठाया जाय और सौंधिया और वज़ीरमली में इस तरह का सम्बन्ध कायम कर दिया जाप जिससे एक के हित में दूसरे का हित हो।" वेल्सली ने इस पत्र में आगे चल कर करनल पामर को श्राशा दी कि तुम इस सम्बन्ध में और बातें पता लगाने का प्रयत्न करो और मुझे उनको सूचना दो। उस समय के अन्य सरकारी तथा गैर सरकारी पत्रों की छान बीन करने से साफ़ पता चलता है कि यह साजिश दोजतराव केवल घेल्सली के दिमाग की कल्पना थी और पर चढ़ाई का ___ बहाना " दौलतराव पर चढ़ाई करने का कोई बहाना पैदा करने और उसे पूना से हटाने के लिए गढ़ी गई थी। पामर के नाम पत्र में 'और बातें पता लगाने का अर्थ यह था कि पामर 'और बातें गढ़े' और मौके की झूठी गवाहियाँ तैयार करके वेल्सली की कल्पना को सचाई का रूप दे। इसी पत्र में वेल्सली ने पामर को लिखा:- "जो विशाल सेना इस समय सर जेम्स क्रेग के अधीन है वह अवध की सरहद पर जमा रहेगी, और मैं आशा करता हूँ कि जब सींधिया और अम्बाजी को इस बात का पता चलेगा तो वे कम्पनी के हित के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई करने से रुके रहेंगे।" इसका मतलब यह था कि जब और कोई चाल न चल सकी