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सिन्ध पर अंगरेज़ों का क़ब्जा़


में बयान किया जा चुका है कि उपहार ले जाने के बहाने बन्र्स और उसको भेजने वालों का गुप्त उद्देश सिन्धु नदी के मार्ग की चाह लेना था । सर जेम्स मैकिण्टॉश लिखता है कि सिन्ध का पक हिन्दू व्यापारीजिसका नाम दरियाना था, धराबर सिन्ध के आमो को आगाह करता रहता था कि अंगरेजों पर विश्वास म किया जाय और उन्हें मुल्क में घुसने दिया जाय । बह अमीरों' से कहता था---

‘इस कौम ने जब कभी जिस किसी के साथ शुरू में दोस्ती की, प्रन्स में वे उसके दुशमन साबित हुएजिस देश में भी वे अभ्यस्त मित्रता की प्रतिज्ञाएँ करते हुए घुसे उसी पर अन्त में उन्होंने क़ब्ज़ा कर लिया ।’’

सर जेम्स मैकिएटॉस इस हिन्दू व्यापारी के विषय में लिखता. है कि बद्द एक चालाक कुत्ता' था|

सिन्ध के अमीर भी चर्चा की इस सिन्धु यात्रा पर सन्देह करते थे वे फो इजाज़त देने के विरुद्ध । वन्स यन्स थे । फिर भी अमीरों ने एशियाई तरीके पर की सिन्ड वन्त और उसके साथियों की खूब ख़ातिर तवाज़ो की और उन्हें अन्त में जिस प्रकार बहका कर और डरा कर उनकी रजामन्दी हासिल कर ली गई, उसका वर्णन ऊपर किग्रा जा चुका है । बनर्जी अपनी यात्रा के वृतान्त में लिखता है कि जिस समय बह महाराजा रणजीतसिंह के लिए उपहार लिए हुए अपने यात्रा

  • Sir James fackintosh in his Journal, dated 9th ehruarn .

+ " A shred dog "