पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/१४२

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

इम्पीरियल होटल, नई दिल्ली १२७ दूसरे पर भरोसा नहीं है, विश्वास नहीं है, हम मानपत्र की बात कैसे कर सकते हैं ? लेकिन आज ईश्वर की कृपा से ऐसी हालत हो गई है कि अब सारे हिन्दुस्तान में कहीं भी किसी प्रकार का कौमी बखेड़ा होने का अंदेशा नहीं रह गया है। और न उन झगड़ों के लिए अब कोई वजह ही बाकी है, क्योंकि हम सब समझ गए हैं कि जो कुछ हो गया, वह तो हो गया, कोई बुरा माने या भला माने, लेकिन वह तो हो गया! अब हमारे मुल्क का दो टुकड़ा हो गया है। अगर हमारे दिल में कोई चोरी होती, कोई अन्देशा होता या हमारी नीयत ठीक न होती, तो हम कभी वह चीज़ कबूल न करते । अब राजी-खुशी से हमने उसे कबूल किया । राजी-खुशी का यह मतलब नहीं कि हमको यह चीज़ पसन्द है । टुकड़े करने की बात हमें बिलकुल नापसन्द है। लेकिन हमने वह समझ लिया कि यदि हम यह चीज़ कबूल न करें, तो मुल्क का दो टुकड़ा तो क्या, सैकड़ों टुकड़ा होने वाला है। इस बात को कबूल करने का मुझे कोई पश्चात्ताप नहीं है । और मुझे पूरा विश्वास है कि हमने यह चीज़ न की होती, तो हमारी बहुत बड़ी गलती होती। क्योंकि उस समय की जो हालत थी, उसका चित्र मेरे सामने से कभी हटता नहीं है। इस चीज़ का ज्यादा बयान में नहीं करना चाहता। लेकिन इतना मैं आपसे जरूर कहना चाहता हूँ कि जो हालत मुल्क की हो रही थी, उस हालत में से बचने का एक ही उपाय था कि हम अपने मुल्क की स्वतंत्रता ले लें और परदेशियों के दबाव से बच जाएँ। स्वतंत्र होकर भाई भाई लड़ भी सकते हैं, किसी दिन वे समझेंगे । नहीं समझेंगे, तो भी अपने अपने घर में तगड़ा बनने की कोशिश तो करेंगे। बदकिस्मती से हमारा झगड़ा नहीं मिटा और हम गहरे पानी में चले गए। अभी भी जब कभी में पाकिस्तान के अखबार देखता हूँ, तो दुख होता है। कभी में नहीं देखता, लेकिन मेरे डिपार्टमेंट वाले मार्क कर मेरे पास भेज देते हैं । यह उनका काम है। उनके रेडियो के बयान भी वे मेरे पास भेजते रहते हैं। कभी-कभी मुझे ख्याल होता है, क्या सचमुच वे हमसे डरते हैं ? कभी ख्याल आता है क्या सचमुच वे अपने आप ही से डरते हैं कि अपना संग- ठन ठीक रखने के लिए उनके पास कोई दूसरा उपाय ही नहीं है ? खाली हिन्दु- स्तान पर जहर उगलने से वे अपनी शक्ति संगठित रख सकते हैं। कभी यह ख्याल आता है, कभी वह ख्याल आता है । लेकिन हमने बार-बार उनसे कहा, हमारे मुल्क में गान्धी जी के जाने के बाद हमारे प्राइम मिनिस्टर से बढ़कर