पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/१०४६

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wyosto में उस बरतन को जिस्से घी वा अनाज निकाला जाता है और मेरा तीसरा नाम सुफेद है क्योंकि मैं रौशनी बखशने वाला हूँ और दिल मेरा साफ चिट्टा चमकीला चीनी की बात है और चमड़ा मेरा गोरा है और भी मैं सफेद करूगा लोगों को अपने दीन की चाँदनी से इनलाइटेंड' करके । मेरे पहाड़ का नाम कोहचूर है क्योकि मैं सब के पापी दिलों को और पापों को तथा प्रैजुडिसों को लोगों के बल और धन को चूर करूँगा, और मेरी पहली आरामगाह कुर्सी है क्योंकि अब वहाँ की आबहवा साफ होकर बेवकूफी की शिकायत रफा हो गई और दूसरी भुरसी है जहा जलती आग पर मेरे से पैग़म्बर के सिवा दूसरा नहीं बैठ सकता और तीसरी दग़ली है उस में चारों दगल भरा है और बीच में मेरा सिंहासन है। जहाँ पर खुदा ने हलाल किया है शराब, बीफ, मटन, बग्गी दगल, फसल, नैशानालिटी. लालटेन, कोट, बूट, छड़ी, जेबीचड़ी, रेल, धुआकश, विधवा, कुमारी, परकीया, चाबुक, चुरूट, सड़ी मछली, सड़ी पनीर, सड़े अचार, मुँह की बू, अधो भाग के केश, बिना पानी के मल धोना, रुमाल,मौसी, मामी, बूआ, चाची मैं अपनी बेटी पोतियों के, कज़िन फ्रेड.५ लेपालट की बहू, खानसामा खानसामिन, हुक्का, थुक्का, लुक्का, बुक्का और आजादी को और हराम किया बुतपरस्ती, बेईमानी, सच बोलना, इनसाफ करना, धोती पहरना, तिलक लगाना, कंठी पहरना, नहाना, दतुअन करना, स्वच्छन्द होना, उदार होना, निर्भय होना, कथा, पुरान जातिभेद, बाल्यविवाह, भाई वा मा वा पिता के साथ रहना, मूर्तिपूजन तथा आर्थोडाक्स की सुहबत, सच्ची परस्पर उपकार, आपस का मेल बुरी बातें घारौं लाते फातें छातैं और प्रेजुडिस को । लोगो ! दौड़ो दौड़ो ईमान लाओ मुझ पर, देखो पीछे पछताओगे और हाथ मलते रह जाओगे मैं ईश्वर का प्यारा दूसरा और पाँचवाँ पैगम्बर केवल तुम्हारे उद्धार के वास्ते पृथ्वी पर आया हूँ ईमान लाओ मुझपर हुकुम मानो मेरा, दाहिना हाथ जो तुम लोगों के सामने उठा है खुदा का हाथ है इस को सिजदा करो, झुको, अदब करो, ईमान लाओ और इस शराब को खुदा का खून समझ कर पिओ पिओ पिओ । १. प्राशित २. अंधविश्वासों ३. कपट ४. जातीयता ५. चचेरे भाई बहन मित्र १. कट्टर ६. कट्टर fo भारतेन्दु समग्र २००२