पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/२६१

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Plate XXX1 लिपिपत्र ३१वां. कलु के राजा बहादुरसिंह के दामपत्र और इस्तलिखित पुस्तकों से मुख्य मुख्य अक्षर. (ई.म. की १६वीं शताब्दी). के राजा बहादुरसिंह के दानपत्र से (६. म. १५५८). U श्रा क च ज न थ म र र स व पू Nडि क 3 ,मन त म चलि जि म मन भ 03 चा ध्यो धु धो प्र 45 ठा स्त्या म मेकर' ५ मप्रभु मु.. अथर्ववेद ( पिप्पलाद शाखा) को हस्तलिखित पुस्तक से (इ. स. की १६वीं शताब्दी). श्र र U च ज म भ व श प V न् जा था बि तो श्रW र U 1. ठ प प म 4रण वा विही सू क घृ म पो नि ध्य ग एं की 8ए. पत्र भन न यि ३ , २ क ५ ही में, . शाकुंतन नाटक को हस्तलिखित पुस्तक मे (ई. म. की १६वीं शताब्दी). V क ख क म त्र ड he पशु ८ PFB B क प ५४ म क ल ग र २ . ण a थ द ध न प ब म य र प म ह टी भृ ST. M3 षम U 1467 य प म म ८ विभुः मुनम व मत मपरक भय कमल हाम्हए- कं 3 निउंउ उलमतलक बलवम वहम मटि- भकरक नियमाप्रति उ रिगंउ परमादक भऽ र एसि- मीवर भिंड व पमः॥ ॥ मी यावर ५५भिं- 5: भडमंदिवस यलभिडः॥ ॥म्पक परभुमड-