Plate XXI. लिपिपत्र श्वा. राजा हर्ष के दानयच तथा राजा अंशुवर्मा, दुर्गगण धादि के लेखों से. (t.म. की मातवीं और पाठवीं शताम्दी). बंमखेड़ा में मिले हुए राजा हर्ष के दानपत्र में मुख्य मुख्य अक्षर ( हर्ष म. २२ = ई. म. ६२८). - ए च ट को प्स ४प्र. म रा ५५.न । टी ट थ ध ब भ य म जा त्यू व्या नेपान के राजा अशुवर्मा के नेस्व मे मुख्य मुख्य अक्षर (हर्ष मं. ३८ = ई. म. ६४५ ). र्मा चि हा चि. ८ 380 w / म भूमि. राजा दुर्गगण के मालरापाटन के लेव मे मुख्य मुख्य अक्षर ( वि. मं. ४ ई. स.८८ ). ए क स्व ग घ ट पा त थ ज०V न पूजा थ द घ न फ भ य LF स्न पू जा xक चों. 0 रन 4 मयल एस ही कुदारकोट के लेख में मुख्य मुख्य अक्षर ( ई. म. को भातवी शताब्दी). श्री श्र 21 3 ए य ना या चि व्या म्ये त् . म ( 503 & 4 या 143) - . राजा शिवगण के कोटा के लेख मे मुख्य मुख्य अक्षर ( वि. म. *५ ई. म. ३८). घ न जू धू क्ष ब्द . 151 ७ क य प 58 सह.१. नमः नवर नमः कलमWIT को तर तपाRAugs- म. in gurgery Perdaggers: unele
पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/२५१
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