पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/२१

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पलासी का युद्ध पहुंचे ; पहुंचते ही इस चतुराई और सुगमता से कलकत्ते को ले लिया कि उनके एक जीव को भी हानि न होने पाई : फिर हुगली की ओर बढ़े और उसे भी ले लिया। हा मुर्शिदाबाद काशिमवाजार ल जसमाधव कलकत्तामहम हुगली नदी बंगाल और बिहार वं गाल की खाड़ी ग्रीन वाइच में द्वाधिमा पूर्व sovu bro! Estab Lulur ३–अब तो सिराजुद्दौला डरा। उसने अंगरेज़ी बन्दियों को छोड़ दिया और सन्धि की प्रार्थना की। अंगरेजों से कहा कि जो