पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१८५

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प्रेट ब्रिटेन के साम्राज्य में भारतवर्ष की उन्नति एक हाकिम हो ; क्योंकि वह बड़ा हाकिम यानो वाइसराय देश के सब हिस्सों की बराबर ख़बर ले सकता है। ५–भारत इतना बड़ा देश है और उसमें इतने सूबे हैं कि जब किसा एक हिस्से में पैदावार की कमी होगी तो किसी दूसरे में अवश्य बहुतायत से होगी। जब इन सूबों का एक बड़ा हाकिम हो तब वह एक सूबे से दूसरे में सहायता भेजवा सकता है। ६-अगले दिनों में अगर एक प्रान्त दूसरे प्रान्त की सहायता भी करना चाहता तो भो नहीं कर सकता था, क्योंकि रेल तो थी नहीं, अच्छो सड़क भी कम थों। सड़के तो जैसी अब हम देखते हैं ऐसो एक भी न थी। ७ - जब से सरकार अङ्ग्रेजो ने भारत का शासन अपने हाथों में लिया तब से बहुत सा उद्योग किया गया, बहुत सा रुपया खर्च हुआ बहुत सो सम्मतियों की परीक्षा की गई। इतना कष्ट उठाने से काल के दूर करने की बहुत सी तरकीबें मालूम हुई और वह यह हैं ; पहलो-सारे देश और विशेष कर उन देशों में जहां पानी कम बरसता है रेले बनाई गई। अब भारत के हर भाग में रेल में बैठ कर पहुंच सकते हैं और इसी तरह अन्न भी ला सकते हैं। कुछ ही दिन बीते हैं कि एक प्रान्त में सूखा पड़ जाने से कुछ भो अन्न न हुआ, तो वहां रेल द्वारा पचीस लाख रन अनाज पहुंचा दिया गया। ८-दूसरो देश के बड़े बड़े भागों में अब नहरों से सिंचाई होतो है इस भौति वहां से काल पड़ने का डर सदा के लिये हटा दिया गया हैं। क्योंकि पानी बरसे या न बरसे नदी के पानो स नहर सदा भरो रहतो है। नदियां पहाड़ों से आती है और उन ब का पानो होता है और वह बरसात के आसरे नहीं हैं।