४६८ भारतवर्षका इतिहास - ( वैदिक कालसे मौर्य फालतक। क्षत्रियों की उत्पत्तिके विषयमें शास्त्री महोदयका विचित्र सिद्धान्त है।) R. Shamshastry The Evolution of Caste. S. V. kct kar-History of Caste in India. राजेन्द्रलाल मित्र-( Indo Aryans) वैदिक और उत्तर- वैदिक सभ्यताके अनेक अङ्गोंपर प्रकाश डालती है। D.R. Bhandarkar-Carmichael Lcctures, 1918. (६५०ई० पू० से ३२५ ई०पू० तकका इतिहास)। E. B. Havell-History of Aryan Rule in India. Te पुस्तक अकयरको समयतकका वर्णन करती है। पहले तीन अध्यायोंमें प्राङ्मीर्य कालको सभ्यताका निरीक्षण है। X. S. Subha Rao-Economic and Political Condition in ancient India. जातकोंके साधारपर। E. G Rapson-Ancient India. यह शोंके समय तकका (लगभग सन् ५०ई० तकका) संक्षिप्त इतिहास है । वैदिक मोर चौद्धकालका केवल सभ्यता- फा इतिहास है। भारतवर्ष के इतिहासमें पहली राजनीतिक घटना जिसका रेपसन महाशयने उल्लेख किया है वह भारत- पर पारसियों और सिकन्दरकी चढ़ाई है । इसके मुकायलेमें दलालकी पूर्वोक्त पुस्तक देखनी चाहिये। भारतीय सभ्यताके इतिहासके विषय में रेपसन महाशयके जो विचार है उनका मुंह- तोड़ उत्तर राधाकुमुद मुखर्जीने अपनी पुस्तक "फण्ड मेण्टल यूनिटी आव इण्डिया में दिया है। उसके अन्तमें प्राचीन भारतके भौगोलिक नामोंकी एक सूची है। Cambridge History of India vol 1. यूरोप और अमरीफाके चौदह प्रामाणिक. विद्वानोंने इस पुस्तकके मिन्न भिन्न भाग लिखे हैं और रेपसनने उनका सम्पादन . 1
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