. १-डा०हएटरकी इण्डियन एम्पायर ।' २-लाई एलफिस्टनका भारतवर्षका इतिहास । ३-उङ्करकृत भारतवर्षका इतिहास । ४-वेरजकृत भारतवर्षका इतिहास । ५-श्रीमती यङ्ग रचित प्राचीन और मध्य कालीन भारत ! ६–अध्यापक मेक्समुलरके ग्रन्थ । ७--श्री० वेलकृत चीनी पर्यटकोंके भ्रमण-वृत्तान्तोंके थनुवाद। ८-श्री०मकरण्डल द्वारा अनुवादित यूनानी लेखकोंके ग्रंथ । -डा० जानो द्वारा अनुवादित पलयेरूनी। १०-डा० म्यूरकी संस्कृत टेक्स्ट, ५ खण्ड। ११-फज़र फेत भारतवर्षका साहित्यिक इतिहास (सन् १८६८) १२--कनङ्गइम शत प्राचीन भारतका भूगोल । १३-टाड महाशयका राजस्थानका इतिहास । १४-रामायण, ग्रिफ़िथका अनुवाद । इनके अतिरिक्त मैंने और बहुतसे प्रन्यों के प्रमाण दिये हैं। उनमें से कुछको तो मैंने मूलमें पढ़ा है और कुछको उपयुक्त लेख. कोंके प्रमाणोंसे नकल कर दिया है। सारांश यह कि मुझे यह कहते तनिक भी संकोच नहीं होता कि यद्यपि इस पुस्तकको मैंने परिश्रम और खोजसे तैयार किया है तो भी इसमें कोई नयी यात नहीं। इसमें कोई ऐसा विचार नहीं जिसे मेरा अपना कहा जा सके। मेरा काम केवल चुनने, क्रममें लाने और संग्रह करनेका था। अब कतिपय शब्द पुस्तकके ग्राम विषयमें कहना आवश्यक है। पहले खण्डमें कुछ प्राचीन और ,आधुनिक भूगोल संक्षेपसे
पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/३५
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