पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/२२५

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तीसरा परिच्छद शक! शक और यूएची जातियोंके आक्रमण । ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ तातारी जातियां जो इतिहासमें शक और यूपचीके नामसे प्रसिद्ध हैं, ईसाके पूर्व दुसरी शताब्दीके लगभग चीनके उत्तर-पश्चिमी भागसे उठकर दक्षिण में फैल गयीं। शक पहले आकर जेहूं नदीके समीप और तिव्यनमें से। उन्होंने याखतर राज्यको न कर डाला। इनके पीछे ईसाके पूर्व सन् १७४ या सन् १९० के लगभग यूएची चीनके उत्तर-पश्चिमसे निकले और उन्होंने शकोंसे उनके अधिकृत देश छीन लिये ।' ये शक लोग कावुलमें और भारतको सीमापर आकर बस गये। फिर कुछ फाल पीछे कुछ और असिस्वासी जातियां निकली और उन्होंने यूपंची लोगोंको उनके अधिकृत देशोंसे भगाकर आप वाखतरकी भूमियोंपर अधिकार कर लिया। युएची लोगोंका ईसाकी पहली शताब्दीके लगभग सन् १५ ई० में यूएची लोगोंने अपने अधिकृत देशोंको प्रथम राजा। इकठ्ठा करके एक राज्य की स्थापना को उनके पहले राजाका नाम केडफेसस प्रथम था। कहते हैं उसका राजतिलक सन् १५ ई० में हुआ था। इस राजाने काश्मीर और कायुलपर अधिकार किया और पश्चिममें पार्थियोंको परास्त फरफे एक राज्यकी स्थापना की जोरानको सीमांसे लेकर सिन्धु