पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/२१६

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१८६ भारतवर्षका इतिहास un अशोकके समयके साहित्य और कलापर एक अलग परिच्छेदमें विचार प्रकट किये जायंगे। अशोकके पश्चात् उसका अशोकके उत्तराधिकारी। पुत्र दशरथ और उसके पश्चात् उसका पोता सम्प्रति और फिर इस वंशके चार और उत्तरा- धिकारी मगधकी राजगद्दीपर बैठे। परन्तु उनके शासन कालमें कोई स्मरणीय घटना नहीं हुई, वरन् वंशका अधःपात हुआ। पुराणोंके अनुसार मौर्यवंशने १३७ वर्ष राज्य किया और सन् १८५६०पू० में उसका अन्त हो गया । कहा जाता है कि मौर्यवंशके स्थानीय राजा यहुत शता.. ब्दियोतक अधीनस्य स्थितिमें मगधमें राज्य करते रहे । इसी वंश- का एक छोटा राजा चीनी पर्यटक ा न थ्साङ्गके भारतमें आनेके समय ईसाकी सातवीं शताब्दी में जीवित था। इसी चंशके कुछ छोटे छोटे राजा ईसाकी छटो, सातवीं और भाटवीं शनान्दीमें पश्चिमी प्रदेश कोंकणमें राज्य करते थे।