यह पृष्ठ प्रमाणित है।
[११८]
२—ऊपर कह चुके हैं कि जलालुद्दीन ख़िलजी के समय में अर्थात् १२९४ ई॰ में अलाउद्दीन ने कुछ सवार लेकर देवगिरि पर चढ़ाई की थी। देवराजा को बिबस होकर उसको बहुत सा धन भेंट करना पड़ा था, जिसको लेकर अलाउद्दीन दिल्ली लौट आया। जब अलाउद्दीन आप बादशाह हुआ तो उसने दखिन जीतने का
बिचार किया और कई बार अपने सेनापति काफ़ूर को इस काम के लिये भेजा। काफ़ूर ने कुल दक्षिणीय भारत को १३२०—२१ ई॰ में रौंद डाला और वहां के हिन्दू राजा का सर्वनाश किया। कहते हैं कि यह रासकुमारी के पास रामेश्वर के मन्दिर तक पहुंचा था। अब दूसरी बार यह बात सिद्ध हुई कि उत्तर के ठंढे देशों के अफ़गान दक्षिण के गरम देशों के हिन्दुओं से अधिक बली थे।